BREAKING
78वां निरंकारी संत समागम - सत्य का संदेश देने का एक भव्य उत्सव, 31 अक्टूबर से 3 नवंबर, 2025 तक आयोजित होगा निरंकारी संत समागम लोगों की इस परेशानी को देखते हुए गांव के सरपंच मास्टर तुलाराम ने बस न रुकने की शिकायत की मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल ने नौवें सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ का शुभारंभ किया अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में सी एम मान ने आर.टी.ओ. कार्यालय लगाया ताला अब 1076 डायल करने पर घर आ कर कार्य करेंगे आर टी ओ कर्मचारी मान सरकार के वादे की रफ्तार तेज़: 6 मेगा-प्रोजेक्ट्स से पंजाब बन रहा उत्तर भारत का टूरिज्म हब, PPP रोडमैप तैयार

चक्रवात 'मोंथा' का आंध्र प्रदेश और ओडिशा में कहर, एक की मौत, हजारों लोगों का रेस्क्यू, तमिलनाडु में छह दिनों तक बारिश की संभावना

Cyclone Cyclone will reach Andhra Pradesh border Tonight

Cyclone 'Mandous' wreaks havoc

Cyclone 'Mandous' wreaks havoc in Andhra Pradesh and Odisha : चेन्नई। चक्रवात 'मोंथा' बुधवार सुबह आंध्र प्रदेश के काकीनाडा पहुंचा, जिससे तटीय जिलों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने लगी। मौसम विभाग (आईएमडी) ने पुष्टि की है कि इस सप्ताह की शुरुआत में दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना यह चक्रवात मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच 110 किमी प्रति घंटे की गति से टकराया। आईएमडी अधिकारियों के अनुसार, 'मोंथा' के कारण कृष्णा और मछलीपट्टनम जिलों के कई हिस्सों में गरज और बिजली के साथ तेज बारिश हुई, जिससे पेड़ उखड़ गए और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। तूफान का असर ओडिशा में भी महसूस किया गया। 15 जिलों में लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रही ठंड, स्मॉग के साथ फॉग भी, तापमान में आई इतनी गिरावट

एक पुलिस अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कोनासीमा जिले के मकानगुडेम गांव में तूफान के कारण ताड़ का पेड़ उखड़कर एक महिला के ऊपर गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। चक्रवात के प्रभाव से आंध्र प्रदेश में 38000 हेक्टेयर में लगी फसलें नष्ट हो गईं और 1.38 लाख हेक्टेयर बागान को भी भारी नुकसान पहुंचा। लगभग 76000 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया, जबकि सरकार ने विभिन्न जगहों पर 219 चिकित्सा शिविरों की व्यवस्था की।

अल्लूरी जिले में, तूफान के दौरान एक पेड़ गिरने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

प्रभावित क्षेत्रों में गिरे हुए पेड़ों को हटाने और बिजली बहाल करने के लिए आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात किया गया है। सोमवार से उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा भीषण चक्रवाती तूफान तट पार करने के बाद थोड़ा कमजोर पड़ गया, लेकिन इसके दक्षिण भारत में व्यापक वर्षा लाने की उम्मीद है। आईएमडी ने कहा कि मोंथा के प्रभाव के कारण, तमिलनाडु में अगले छह दिनों तक मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

बुधवार सुबह जारी मौसम बुलेटिन में चेतावनी दी गई है कि तमिलनाडु, पुडुचेरी और कन्याकुमारी सागर के तटीय क्षेत्रों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जो कभी-कभी 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं।

मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे हालात सुधरने तक समुद्र तट पर जाएं। चेन्नई में, आसमान में बादल छाए रहने और कुछ इलाकों में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन और तमिलनाडु आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने संभावित वर्षा संबंधी घटनाओं से निपटने के लिए सभी आपातकालीन नियंत्रण कक्षों को अलर्ट पर रखा है।

तमिलनाडु के अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन को नदियों और जलाशयों में जल स्तर की निगरानी करने और निचले बाढ़-प्रवण क्षेत्रों में निवारक कदम सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।